निसर्गोपचार पद्धति द्वारा शरीर शुद्धि एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पृथ्वी, जल, सूर्य, वायु एवं आकाश इन तत्वों के पंचभौतिक लाभ प्राप्त करें तथा सूर्य स्नान, सर्वांग मालिश, वाष्प स्नान, भू-गर्भ एवं मिट्टी स्नान से कुदरत के साथ तालमेल जल नेति, त्राटक, वमन, बस्ती, विरेचन तथा शंख प्रक्षालन से आंतरिक शुद्धि पाएँ।
देह शुद्धि के प्राचीन विकल्प एवं उपवास और शिवाम्बु चिकित्सा
होलिस्टिक हीलिंग के लिए Prana Energization Technique (PET).
Cyclic Meditation (SMET),
Mind Sound Resonance Technique (MSRT)
योग निद्रा आदि नवीनतम पद्धतियों का संपूर्ण प्रशिक्षण